Telephone Ka Avishkar kisne kiya और कब ?

Telephone Ka Avishkar kisne kiya और कब

 

 

Telephone Ka Avishkar kisne kiya ? -दोस्तों एक समय था जब हम अपने परिचितों या रिश्तेदारों की खेर खबर लेम के लिए चिट्ठी या खत वगैरह भेजा करते थे ! और जब भी डाकिया हमारी गली में आता था यो हमे उत्सुकता होती थी कि कहीं हमारी भी तो कोई डाक नहीं आयी ! लेकिन दोस्तों टेलीफोन के आने के बाद ये सब बातें किस्से कहानियां बन चुकी है !

 

हालांकि अभी भी डाक आती है लेकिन अब किताब मांगने या ऑनलाइन कुछ खरीदने पर आती है ! दोस्तों और रिश्तेदारों की खेर खबर अब हम टेलीफोन से आसानी से ले सकते हैं ! इसके लिए अब हमें 8 दिन या 15 दिन खत के आने या जाने का इंतज़ार नहीं करना पड़ता है ! ओर ये सब मुमकिन हो पाया टेलीफोन के आने के बाद ! लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हैं कि Telephone Ka Avishkar kisne kiya ? अगर नहीं जानते तो आज की इस पोस्ट को लास्ट तक पूरा ज़रूर पढियेगा !

 

Telephone क्या है ?

टेलीफोन एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसकी हेल्प से आप अपने घर बेठ कर ही दुनिया के किसी भी कोने में बैठे हुए व्यक्ति से बात कर सकते हैं ! विज्ञान के भाषा मे इसे कम्युनिकेशन डिवाइस कहेंगे जिस से 2 व्यक्ति दूर होते हुए भी आपस मे कनेक्ट होकर बात कर सकते हैं !

 

 

हालांकि आज टेलीफोन की जगह स्मार्ट फोन ने ले ली है लेकिन इसका भी मुख्य उद्देश्य दूर बैठे हुए किसी पर्सन से बात करना ही होता है ! वरना आप कल्पना कीजिये कि आप अपने स्मार्ट फोन के सभी फ़ीचर्स का तो उपयोग कर पा रहे हैं किसी की कॉल नहीं लगा पा रहे हैं ! तो क्या आप ऐसे फ़ोन को इस्तेमाल करना पसंद करेंगे ?

आज टेलीफोन ने लंबा सफर तय करते हुए बहुत तरक्की कर ली है ! पहले इसके लिए तार की केबल लगाना पड़ता था,लेकिन आज सब कुछ वायरलेस हो चुका है ! अब सिर्फ सिग्नल से ही सारा काम हो जाता है अब किसी प्रकार के तार या केबल की ज़रूरत नहीं पड़ती !

 

नोट:-टेलीफोन को हिंदी में दूरभाष या दूरभाषी मशीन या यंत्र कहा जाता है।

 

Telephone Ka Avishkar kisne kiya ?

 

टेलीफोन का अविष्कार Alexander Graham Bell ने किया था ! और जो आज हम फ़ोन चला रहे हैं ये समय समय पे रूप बदलता हुआ यहां तक पहुंचा है जिसमें कई न जाने कितने वैज्ञानिकों का हाथ रहा है !

 

Telephone Ka Avishkar कब हुआ ?

 

टेलीफोन का अविष्कार 2 जून सन 1975 को हुआ था।इस प्रोजेक्ट में Tomas Watson ने अलेक्जेंडर की मदद की थी ! इसके बाद 7 मार्च 1976 को अलेक्जेंडर ने टेलीफोन का पेटेंट अपने नाम करवा लिया था !

 

Telephone Ka Avishkar कैसे हुआ ?

 

तो दोस्तों अभी तक इस पोस्ट को पढ़कर आप ये तो जान ही चुके हैं कि टेलीफोन का अविष्कार किसने किया और कब हुआ ? चलिए अब जान लेते हैं कि आखिर इस अविष्कार की वजह क्या बनी ? क्योंकि जैसा कि आपने सुना होगा है आवश्यता ही अविष्कार की जननी होती है !

 

 

तो इस अविष्कार की वजह ये बनी ! की एलेग्जेंडर की माँ और पत्नी दोनों ही कानो से सुन नहीं सकती थीं !और एलेग्जेंडर का काफी समय से ये मानना था कि तारों के द्वारा आवाज़ यानी ध्वनि के सिग्नल को एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सकता है ! इस विषय पर उन्होंने बहुत शोध किया जिसमें उन्होंने थॉमस वाटसन की भी हेल्प ली !

 

काफ़ी लंबे समय के शोध के बाद आखिर 2 जून 1975 के दिन वॉटसन ऊपर के कमरे में थे ! और एलेग्जेंडर नीचे के कमरे में ! अब
अचानक एलेग्जेंडर की पेंट पर तेजाब गिर गया और उन्होंने अपनी मदद के लिए वॉटसन को आवाज़ दी ! तभी वाटसन को अचानक ये अहसास हुआ कि बेल की आवाज़ उनके पास रखे हुए उपकरण से आ रही है !

 

बस इसी दिन इस घटना के साथ टेलीफोन का अविष्कार हुआ !

तो दोस्तों उम्मीद है कि आपको ये पोस्ट Telephone Ka Avishkar kisne kiya ? ज़रूर पसंद आई होगी ! तो अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजियेगा ! ओर अगर आपका कोई सवाल या सुझाव इस लेख से संबंधित हो ! तो आप मुझे नीचे कमेंट करके बता सकते हैं !

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